आर्थिक सुधार की मजबूत संभावनाओं के बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यूरो और पाउंड में तेजी जारी है। कई देशों में धीरे धीरे आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत हुई है जिससे रिस्की एसेट फिर से वापस खिंच गए हैं। आज, सर्विस सेक्टर में बिज़नेस एक्टिविटी के ऊपर डेटा प्रकाशित होगी, इससे यूरो और पौंड के रेट में और तेजी आने की संभावना है। हालांकि, पुलिस के हाँथों अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्यु के बाद चल रहे दंगे और विरोध प्रदर्शन के कारण US डॉलर के ऊपर दवाब बढ़ता जा रहा है।
US डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने वाशिंगटन में करीब 1.6 हज़ार पुलिस कर्मियों की तैनाती शहर में व्यवस्था बहाल करने के लिए की है, और लोग आधिकारिक रूप से लगाये गये कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे हैं। हालांकि, राजधानी में गार्ड्स अभी भी मिलिट्री बेस में हीं हैं, और वाशिंगटन में उनकी मौजूदगी का आभास अभी नही हुआ है। फिर भी, अगर सिविलियन अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रहते हैं, तो सैनिकों की एक और लहर तैनात की जा सकती है जिससे शहर में फिर से हिंसा और तनाव का माहौल बन सकता है।
दूसरी खबरों में, कल के मैक्रोइकनोमिक रिपोर्ट काफी कमजोर थे, लेकिन मार्केट के ऊपर उनकी पकड़ मजबूत नही हो सकी। रिटेल इकोनॉमिस्ट और गोल्डमैन सैच के द्वारा प्रकाशित आंकड़ो के अनुसार, मई 24 से मई 30 तक अमेरिका में रीटेल की बिक्री में 3.1% की कमी आयी, जिसकी तुलना इसी समय पिछले वर्ष से करें तो इसमें 15.1% की कमी आयी। दूसरी तरफ, रेडबूक के रिपोर्ट्स के अनुसार मई के पहले चार हफ्तों में US रीटेल सेल्स में 1.4% की कमी आयी लेकिन सालाना इसमे 7.5% की कमी देखी गयी। अगर 2019 के इसी पीरियड से तुलना की जाए तो मई 24-30 के सप्ताह में इसमे 7.2% की कमी देखी गयी।
ISM के रिपोर्ट के अनुसार कल की इकलौती अच्छी खबर थी न्यू यॉर्क फेड के एरिया में बिज़नेस की बढ़ोतरी, इसमे मई के महीने में 15.2 पॉइंट्स की बढ़ोतरी देखने को मिली और 19.5 पॉइंट्स तक जाकर बंद हुई। यह अप्रैल में रिकॉर्ड किये गए 4.3 पॉइंट के आंकड़े से काफी अच्छा था। हालांकि 50 से कम का आंकड़ा स्लोडाउन को दर्शाता है, व्यावसायिक गतिविधि में सुधार से आने वाले 6 महीने की अपेक्षाएं भी बढ़ जाती हैं।
हालाँकि यूरोज़ोन में यूरो डॉलर के खिलाफ कम्पोजिट इंडेक्स और सर्विस सेक्टर में मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक रिपोर्टों के अनुसार रैली करते रहता है, सावधानीपूर्वक ट्रेड करना हीं बेहतर रहेगा, क्योंकि कल होने वाले ECB मीटिंग में अनुमान से अधिक बुरे आर्थिक फोरकास्ट आने की संभावना है।.
फिर भी यूरो में बढ़ोतरी का कारण इस महामारी से बचने के लिए दिए गए €750 बिलियन की सहायता है, जिससे खासकर उत्तरी EU के देशों से काफी मुश्किल और समझौते के निर्णय की आवश्यकता होगी, इसके ऊपर अभी काफी ज्यादा मतभेद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस रकम के लगभग 40 प्रतिशत से स्पेन और इटली की अर्थव्यवस्था को बचाया जा सकता है, जिसके कारण ग्रांट्स और लोन्स के शेयर और आकार के बारे में काफी गंभीर प्रश्न उठते हैं। नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया और स्वीडन, वही चार देश जिन्होंने फ्रेंको-जर्मन योजना का विरोध किया था, वे भी इस नए उपाय से असहमत थे। इसकी सहमति से EU के देशों के बीच राजनीतिक संधि को खतरा है, क्योंकि आखिरकार इस कर्ज को चुकता करने का दायित्व टैक्सपेयर्स पर हीं आकर टिक जाएगा।
कल वर्ल्ड बैंक ने भी एक रिपोर्ट प्रकाशित किया जिसमें कहा गया कि कोरोनोवायरस महामारी के बाद कम कमाई वाले अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह असर पड़ेगा, क्योंकि आने वाले समय में उनके विकास का अनुमान काफी कम है। इस रिपोर्ट के नेगेटिव होने के बावजूद, मार्केट अप्रभावित है, क्योंकि हर किसी ने पहले से ही इस तरह की स्थिति का अनुमान लगा लिया था।
EUR/USD के जोड़े के टेक्निकल पिक्चर को देखें तो, बुल्स 12वें फिगर को ब्रेक करने की कोशिश करेगा, जिसमे रेसिस्टेंस लेवल 1.1230 के ब्रेकआउट से काफी तेज ऊपर की तरफ मूवमेंट दिखेगा जो 1.1295 से लेकर 1.1350 तक चला जा सकता है। अगर आज के रिपोर्ट्स से यूरो के मांग में कमी आएगी तो ट्रेडर्स कल के ECB मीटिंग से पहले लाभ लेना शुरू कर देंगे, सबसे पहला महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल 1.1140 और 1.1070 के एरिया में दिखाई देगा।
GBP / USD
ब्रिटिश पौंड भी अमेरिकी डॉलर के खिलाफ रैली कर रहा है। UK और EU के बीच ट्रेड समझौते के अनुमान से पहले के असफल समझौते को परे रखते हुए मार्केट में बुलिश मूड देखने को मिला। अब अफवाह यह उड़ रही है कि UK अब EU के साथ ट्रेड कन्सेशन करने के लिए तैयार है।
पिछले महीने, चर्चा इस बात की हुई कि यूरोपीय संघ ब्रिटेन के साथ मत्स्य समस्याओं के लिए अपना कठोर दृष्टिकोण छोड़ने को तैयार है। अगर आने वाले समझौते में किसी तरह कोम्प्रोमाईज़ हुआ और वे बीच में भी आकर मिलें, इसका मतलब अगर EU के फिशरी और ट्रेड रूल का पालन करने के लिये UK तैयार हो जाता है तो UK के खिलाफ EU अपने कड़े रवैये को बदलेगा। दोनों देशों को जुलाई 1, ब्रेक्सिट ट्रांजीशन पीरियड के पहले किसी निर्णय पर पहुंचना होगा, जो इस साल के अंत मे खत्म हो रहा है।
इसी बीच, UK मोर्टगेज पर मौजूद कमजोर डेटा से पौंड के डायनामिक्स पर कोई प्रभाव नही पड़ा, इस तथ्य के बावजूद की इस साल के दूसरी हाफ में इंडीकेटर प्री-क्राइसिस लेवल तक नही पहुँच सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, UK में जारी किए गए मोर्टगेज अप्रैल के महीने में 15,848 तक गिर गए, यह मार्च में रिकॉर्ड किये गए लेवल 56,136 से बहुत नीचे है। इंटरेस्ट रेट कम होने के बावजूद इस कमी का मुख्य कारण कोरोनोवायरस महामारी के बीच बेरोजगारी में तेज वृद्धि होना है। प्री-क्राइसिस हाई की तुलना में इस साल के आखिरी हाफ में मोर्टगेज लेंडिंग में 10% की कमी के आसार हैं।
GBP/USD जोड़े के टेक्निकल पिक्चर के अनुसार, बुलिश मूड जारी है, और रेसिस्टेंस लेवल 1.2610 में ब्रेकआउट के कारण 1.2650 और 1.2740 के एरिया में ऊपरी ट्रेंड देखा जाएगा। जहाँ तक डाउनवार्ड करेक्शन की बात है, 1.2505 और 1.2430 के एरिया के आस पास बड़े सपोर्ट लेवल दिख सकते हैं।